उड़ान
मंजिले उन्हें ही मिलती है जिनके सपनो में जान होती है
पंखों से कुछ नही होता, हौसलों से उड़न होती है
मंजिल तो मील ही जाएगी भटक कर ही सही
गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं .....
मंजिल तो मील ही जाएगी भटक कर ही सही
गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं .....
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