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Shikshak Diary September 2022 Class 1 II शिक्षक डायरी कक्षा 1 सितम्बर 2022

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  Shikshak Diary September 2022 Class 1 शिक्षक डायरी कक्षा 1 व 2 डायरी कैसे लिखें  जानने के लिए उसकी शुरुआत को जानना काफी महत्वपूर्ण है।  डायरी  लिखना एक  दैनिक  कार्य है इसलिए हमेशा अपनी  डायरी  लिखने का एक समय सीमांकित करें। जब आप  डायरी  लिखने की शुरआत करें तो 10 से 15 मिनट का टाइम निकाल कर लिखना शुरू करें। आप बुलेट्स पॉइंट्स के रूप में इसे लिख सकते है जिससे आपको बोरियत महसूस नहीं होगी। shikshak diary pdf बच्चों को पढ़ाने का हिसाब-किताब सुनियोजित तरीके से रखने के लिए परिषदीय स्कूलों के सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अंशकालिक अनुदेशकों को इस बार बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से डायरी दी जाएगी। इस शिक्षक डायरी में अध्यापकों को अगले सप्ताह में बच्चों को प्रभावी तरीके से पढ़ाने के लिए कक्षावार और विषयवार कार्ययोजना बनानी होगी ..।         CLICK HERE TO DOWNLOAD THIS FILE Disclaimer-  हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध सभी PDF/eBook/Notes/Material के मालिक नहीं है, ना ही उन्हें हमने बनाया और Scan किया है। हम सिर्फ Internet पर ...

Shikshak Diary September 2022 Class 3 II शिक्षक डायरी कक्षा 3 सितम्बर 2022

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 Shikshak Diary September 2022 Class 3

Voter ID-Aadhaar Link: कैसे लिंक करें आधार और वोटर आईडी- See Video

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  Voter ID Aadhaar Link: वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने का अभियान शुरू हो गया है. माना जा रहा है कि इससे वोटर आईडी कार्ड की डुप्लीकेसी रोकी जा सकेगी और लोग फर्जी तरीते से 2 वोटर आईडी नहीं रख सकेंगे. चुनाव आयोग आधार कार्ड (Aadhaar Card) और वोटर आईडी कार्ड (Voter ID Card) को लिंक करने का खास अभियान चला रहा है. आयोग का दावा है कि इससे इलेक्टोरल रोल में डुप्लीकेसी से बचा जा सकेगा और चुनावों में धांधली रोकने में भी मदद मिलेगी. केंद्र सरकार चुनाव कानून में संशोधन को लेकर बिल लेकर आई थी. यह बिल संसद से पास हो चुका है और अब कानून बन चुका है. इसके बाद वोटर आईडी और आधार कार्ड को लिंक करने का रास्ता साफ हो गया है. हालांकि, यह लिंक करने की प्रक्रिया पूरी तरह से स्वैच्छिक है. लिंक करने के लिए मतदाताओं को मजबूर नहीं किया जाएगा. NVSP पोर्टल से जोड़ें वोटर आईडी-आधार >> आधार और वोटर आईडी कार्ड को लिंक करने के लिए सबसे पहले एनवीएसपी (National Voter’s Service Portal) – www.nvsp.in पर रजिस्टर करना होगा. >> अब पोर्टल के होम पेज पर Electoral Roll पर क्लिक...

सीमा रेखाएं - प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय सीमाएँ --

✍ सीमा रेखाएं - प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय सीमाएँ -- ------------------- √√ रेखा का नाम – डूरंड रेखा (Durand Line) ● किसके बीच – पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान ● 1886 में सर मार्टिमर डूरंड द्वारा निर्धारित। ----------------------- √√ रेखा का नाम – मैकमोहन रेखा (Macmahon Line) ● किसके बीच – भारत तथा चीन ● 1120 किमी. लंबी यह रेखा सर हेनरी मैकमोहन द्वारा निर्धारित की गई थी। लेकिन चीन इसे स्वीकार नहीं करता। ----------------------- √√ रेखा का नाम – रेडक्लिफ रेखा (Radcliffe Line) ● किसके बीच – भारत तथा पाकिस्तान ● 1947 में भारत-पाकिस्तान सीमा आयोग के अध्यक्ष सर सायरिल रेडक्लिफ द्वारा निर्धारित। ------------------------ √√ रेखा का नाम – 17 वीं समानांतर रेखा (17th Parallel) ● किसके बीच – उत्तरी वियतनाम तथा द. वियतनाम ● वियतनाम के एकीकरण के पहले यह देश को दो भागों में बांटती थी। ----------------------- √√ रेखा का नाम – 24 वीं समानांतर रेखा (24th Parallel) ● किसके बीच – भारत तथा पाकिस्तान ● पाकिस्तान के अनुसार कच्छ क्षेत्र का यह रेखा सही निर्धारण करती है लेकिन भारत इस रेखा को स्वीकार नहीं करता है। -------...

सामान्य ज्ञान- Competition Exam

सदस्य           न्यूनतम आयु           1. लोकसभा -      25 years 2. राज्यसभा -      30 years  3. विधान सभा -     25 years  4. विधान परिषद -   30 years  5. मुखिया -         21 years  6. सरपंच -          21 years  7. राष्ट्रपति -          35 years  8. राज्यपाल -        35 years  9. उपराष्ट्रपति -       35 years  10. प्रधान मंत्री -      25 years  11. मुख्य मंत्री -       25 years

अधजल गगरी छलकत जाए --

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  ऐसा क्यों कहा जाता है कि किसी इंसान की औकात जाननी हो तो एक नज़र उसके जूते पर‌ डालनी चाहिए? अधजल गगरी छलकत जाए --- जीवन की चकाचोंध किसी व्यक्ति के रहनसहन के स्तर या उसके शौक मौज की झलक शायद हमे दे जाए मगर इंसान की औकात तो उसके कर्मो से ही झलकती है, उसके हृदय की विराटता और उसके स्वभाव की सरलता में नज़र आती है। मैंने , कुशाभाऊ ठाकरे , प्यारेलाल खंडेलवाल , नानाजी देशमुख , मामा बालेश्वर दयाल , को नज़दीक से देखा है ,ये सभी बेहद साधारण सी पोशाख में ही रहा करते थे। फिर विनोबा भावे , जयप्रकाश नारायण भी साधारण सी वेशभूषा में ही रहते थे। फिर गत कई वर्षो से पद्म पुरुस्कारो की सूची को देखे तो पाएंगे इनमे से ज्यादातर एक साधारण जिंदगी जीते है। कइयों के पास पहनने के लिए ठीक ढंग के जूते भी नहीं है , मगर इससे उनकी गरिमा कम नहीं होती और न उनका महत्त्व कम होता है। कोई तामझाम नहीं , कोई लावा-लश्कर नहीं , सिर्फ उनके चेहरे पर उनकी ईमानदारी, लगन और मेहनत की आभा ही उनकी पहचान है

Krishna_Janamashtami

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  Krishna_Janamashtami यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥ परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् । धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे॥ अर्थात : मैं प्रकट होता हूं, मैं आता हूं, जब जब धर्म की हानि होती है, तब तब मैं आता हूं, जब जब अधर्म बढता है तब तब मैं आता हूं, सज्जन लोगों की रक्षा के लिए मै आता हूं, दुष्टों के विनाश करने के लिए मैं आता हूं, धर्म की स्थापना के लिए में आता हूं और युग युग में जन्म लेता हूं।