एक दौर था
एक दौर था , जब चिट्टी आती थी ,
तब अपनों की यादें साथ लाती थी ,
समय बीता , परिवर्तन आया ,
चिट्टी गयी और फेसबुक ने अपना रंग जमाया ,
फेसबुक का दौर है , फेसबुक का ज़माना
कोईफेस बुक पर फोटो अपलोड करें
तो कोई फेस बुक का दीवाना
तब अपनों की यादें साथ लाती थी ,
समय बीता , परिवर्तन आया ,
चिट्टी गयी और फेसबुक ने अपना रंग जमाया ,
फेसबुक का दौर है , फेसबुक का ज़माना
कोईफेस बुक पर फोटो अपलोड करें
तो कोई फेस बुक का दीवाना
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